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विरोधः कलेक्ट्रेट पर अधिवक्ताओं ने किया हंगामा, पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन

अधिवक्ता एवं किसान नेता सुनील फौजी की गिरफ्तारी का कर रहे थे विरोध, रिहाई की कर रहे थे मांग  

ग्रेटर नोएडा। अधिवक्ता सुनील की गिरफ्तारी के विरोध में यहां शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने जिला कलेक्ट्रेट (जिलाधिकारी कार्यालय) में हंगामा किया। वे उनकी तुरंत रिहाई की मांग कर रहे थे। बाद में उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया।

उन्होंने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं का आरोप था कि सुनील की गिरफ्तारी अवैध रूप से की गई है। उनका आरोप है कि सुनील को दो दिन पहले उस समय गिरफ्तार किया गया जब वे अपने घर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि सुनील फौजी का अपराध सिर्फ यही था कि वे किसानों की जायज मांगों का समर्थन कर रहे थे। अधिवक्ता जिलाधिकारी कार्यालय पर एकत्र हुए और प्रदर्शन करने के बाद अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा।

गौरतलब है कि पल्ला गांव में अपनी मांगों के समर्थन में पिछले सात महीने से धरना दे रहे किसानों को उठाने के लिए पुलिस गई थी। विरोध करने पर किसानों को गिरफ्तार कर लिया था। इसी में अधिवक्ता एवं किसान नेता सुनील फौजी भी शामिल थे।

अधिवक्ताओं का आरोप है कि गिरफ्तारी के दौरान सुनील फौजी से दुर्व्यवहार किया गया। जिला अधिकारी सुहास एलवाई से दुर्व्यवहार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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