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सांप का जहर कर देता है जीवन लीला समाप्त, फिर भी इसके नशे की लत है बूरी, एल्विश यादव को लेकर चर्चा में स्नेक वेनम

नोएडा : एल्विश यादव को सांप के जहर की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल गौतमबुद्ध नगर की लुक्सर जेल में हाई सिक्यूरिटी बैरक में रखा गया है। पुलिस का दावा है कि 26 वर्षीय यूट्यूबर एल्विश यादव ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। यह पिछले साल नोएडा में एक रेव पार्टी से नमूने एकत्र किए जाने के एक महीने बाद आया है, जिसमें नशीली दवाओं के रूप में कोबरा और क्रेट सांप प्रजातियों के जहर के इस्तेमाल की पुष्टि हुई थी।

पिछले साल पुलिस द्वारा नोएडा सेक्टर 51 में सांप तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ करने के बाद गिरफ्तार किए गए पांच लोगों ने पुलिस को बताया कि वे एल्विश यादव द्वारा आयोजित रेव पार्टियों में सांप के जहर की आपूर्ति करते थे। मामला वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था।

ऐसे आया मामला सामने

मेनका गांधी के एनजीओ ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ ने नोएडा में एक पार्टी में कथित तौर पर सांप का जहर उपलब्ध कराने का आरोप लगाया था। इस मामले में संस्था की तरफ से एल्विश यादव और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। 2 नवंबर को, सपेरों सहित पांच लोगों को सांप का जहर उपलब्ध कराने के लिए वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम और आईपीसी की धारा 120 ए (आपराधिक साजिश) के तहत गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने पांच गिरफ्तार आरोपियों राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ के कब्जे से सांप बरामद किए।

रेव पार्टियों में सांप के जहर का किया जाता है इस्तेमाल
सांप के जहर का इस्तेमाल कथित तौर पर लोगों में नशा पैदा करने के लिए किया जाता है, खासकर रेव पार्टियों में। यह आम तौर पर अल्कोहल जैसा नशा उत्पन्न नहीं करता है, लेकिन वह तंत्रिका तंत्र और अन्य मनोवैज्ञानिक प्रक्रियाओं पर प्रभाव डाल सकते हैं। सांप में मौजूद न्यूरोटॉक्सिन के कारण जहर न्यूरोट्रांसमिशन को प्रभावित कर सकता है, जो कथित तौर पर छह से सात दिनों तक रहता है। लत के इस रूप को ओफिडिज्म कहा जाता है, जो जीवन के लिए खतरा हो सकता है। जहर को अधिक प्रभावी बनाने के लिए सांप को रसायनों के साथ इंजेक्ट किया जाता है, और फिर नशेड़ी को जानबूझकर जीभ या होठों पर सरीसृप द्वारा कटवाया जाता है। जहर में न्यूरोटॉक्सिन तंत्रिका तंत्र को लक्षित करते हैं और तंत्रिका संकेतों के संचरण को प्रभावित करते हैं, जिससे मांसपेशियों में कमजोरी, पक्षाघात और बदली हुई मानसिक स्थिति हो सकती है।

सांप के जहर की लत क्या है?
सांप के जहर की लत मादक द्रव्यों के सेवन का एक असामान्य रूप है जहां इंसान नशे के प्रभाव के लिए जानबूझकर खुद को सांप के जहर के संपर्क में लाता है। इसमें न्यूरोटॉक्सिन होता है जिसकी वजह से नशे जैसे कई लक्षण पैदा करता है और नशे के इस रूप को ओफिडिज्म भी कहा जाता है, जो काफी खतरनाक है और भारत में यह बिल्कुल आम नहीं है। लंबे वक्त में इसका नियमित सेवन किए जाने से ये शारीरिक और मनोवैज्ञानिक निर्भरता को भी ट्रिगर कर सकता है।

जानिए क्या है रेव पार्टियां, ये भारत में अवैध हैं?
रेव पार्टियां, जिन्हें अंडरग्राउंड पार्टियां भी कहा जाता है, की शुरुआत 1980 के दशक में हुई थी। इन पार्टियों में ज्यादातर हिप्पी या बोहेमियन शामिल होते थे, जो पूरी रात संगीत सुनते और नृत्य करते थे। पार्टियां आमतौर पर आधी रात को शुरू होती हैं और सुबह तक चलती हैं। रेव पार्टियों में कोकीन, एमडीएमए, एमडी, एलएसडी, जीएचबी, कैनबिस हशीश, केटामाइन, एम्फ़ैटेमिन और मेथमफेटामाइन जैसी बहुत सारी दवाएं वितरित की जाती हैं।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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