इन कंपनियों ने ज़मीन पर बैठे बैठे बेच डाला था चांद, करोड़ों लगाकर इन लोगों ने खरीदी जमीन
नोएडा : चारों तरफ चांद की बात हो रही है । लेकिन कुछ समय पहले चांद के घोटाले की खबर सामने आ चुकी है, जब चांद पर जमीन बेचने के नाम पर घोटाले को अंजाम दिया गया था । यह सिर्फ कहानी नहीं है, बल्कि सच है इसमें लाखों करोड़ों रुपए में चांद की सतह के लिए डील हुई थी ।
धरती पर बैठे-बैठे ऐसे बिकी थी चांद की जमीन
चांद सितारों पर घर बसाने की बात बेशक फिल्मों में हो लेकिन कभी कोई सोच सकता है कि वो चांद पर जमीन ले लेगा और कुछ समय पहले दो कंपनी ने चांद पर प्लॉट बेचना शुरू किया था । आप हैरान रह जाएंगे पर इस कंपनी ने कई लोगों के साथ डील भी की थी । International Lunar Lands Registry और Luna Society International नाम की कंपनी ने ये काम किया था ।
चांद पर जब शुरू हुआ ऑपरेशन लैंड स्कैम
करोड़ों रुपए देकर लोगों ने चांद पर प्लाट खरीद लिए हैं यह दो कंपनियां थी। चांद पर जमीन खरीदने में कई बड़े लोगों का नाम सामने आया था, जिसमें सबसे पहला नाम सुशांत सिंह राजपूत एक्ट्रेस का था । सुशांत ने 2018 में चांद पर जमीन ख़रीदने की जानकारी दी थी । उन्होंने सभी इंटरनेशनल लूनर लैंड्स से इसकी रजिस्ट्री करवा ली थी ।खबरों के मुताबिक उनकी ये जमीन चांद के सी ऑफ मसकोवी में है । सुशांत के अलावा शाहरुख खान के एक फैन ने भी उनके लिए जमीन खरीदी है। एक बिजनेसमैन ने अपनी बेटी के लिए चांद पर जमीन ली है जमीन को खरीदने वाले ने कंपनी को बड़ी रकम दी थी । साल 2002 में हैदराबाद के राजीव और 2006 बेंगलुरु की ललिता मेहता के नाम पर कंपनी ने डील की थी ।
ब्रह्मांड पर किसी का है कब्जा
चांद पर जमीन खरीदने या बेचने का किसी को कोई हक़ नहीं है । आपको बता दें यूनिवर्स में जो भी चीज है चाहे वह चांद हो तारे हो या ग्रह । उन पर किसी भी देश का हक नहीं है वह किसी के अधीन नहीं है । अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष कानून के अनुसार चंद्रमा पर जमीन खरीदना किसी रूप से मान्य नहीं है । ऐसे में अगर कोई कंपनी इस तरह की डील करती है तो कानून के मुताबिक वो पूरी तरह घोटाला है ।
अगर चांद पर शुरू हुआ जीवन तो क्या होगा ?
फिलहाल चांद पर कोई भी जीवन नहीं है अगर भविष्य में कभी ऐसा संयोग बनता है कि चांद पर जीवन शुरू होता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि चांद पर जमीन खरीदने वाले उस पर रहने का अधिकार रखते हैं । इन कंपनियों का कहना है कि कई देशों ने उनको चांद पर जमीन बेचने की डील के लिए अधिकृत किया हुआ है । पर इन कंपनियों की बातों में कितनी सच्चाई है नहीं कहा जा सकता ।