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राजनीति

झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य का कैशलोक, अब तक 330 करोड़ बरामद, विपक्ष मौन असली मालिक कौन

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों से अभी तक बेहिसाब नकदी 353 करोड़ बरामद हो चुकी है।

झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य सांसद धीरज साहू से जुड़े ठिकानों से अभी तक बेहिसाब नकदी 353 करोड़ बरामद हो चुकी है। आयकर विभाग ने छह दिसंबर को परिसर में छापा मारा और अलमारी के रैक में रखे नोटों के ढेर पाए। गिनती शुरू तो हुई लेकिन एक-दो दिन में ख़त्म नहीं हो सकी। कर्मचारियों ने पहले ही कहा था कि गिनती में एक सप्ताह लग सकता है।

₹353 करोड़, 176 बैग नकदी, 3 बैंक, 70 मशीनें
गिनती ने एक तमाशा बना दिया क्योंकि यह देश में किसी एक ऑपरेशन में सबसे बड़ी नकदी बरामदगी बन गई। जिस एसबीआई शाखा में गिनती हुई वहां से नकदी से भरे 176 बैग मिले। नोट गिनने के लिए तीन बैंकों को लगाया गया। 70 से ज्यादा गिनने वाली मशीनें लाई गईं। प्रारंभ में, मशीनों की कमी थी क्योंकि गिनती के काम में मशीनों की कमी हो गई थी।

‘नोटबंदी के बाद भी’: कांग्रेस सांसद का पुराना ट्वीट वायरल, ‘डार्क सेंस ऑफ ह्यूमर’: अमित मालवीय
भाजपा के अमित मालवीय ने धीरज साहू के पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि नोटबंदी के बाद भी देश में कितना काला धन है। मालवीय ने ट्वीट किया, धीरज प्रसाद साहू का हास्यबोध बहुत अच्छा है। धीरज प्रसाद साहू ने 2022 में ट्वीट किया, नोटबंदी के बाद भी देश में इतना भ्रष्टाचार और काला धन देखकर मुझे दुख हो रहा है। यह मेरी समझ से परे है कि लोग इतना काला धन कैसे जमा कर सकते हैं। केवल कांग्रेस ही पार्टी से भ्रष्टाचार को उखाड़ सकती है।

कार्यालयों पर छापेमारी के दौरान बरामद हुई नकदी
ओडिशा स्थित डिस्टिलरी और राज्य, झारखंड और बंगाल में इससे जुड़ी संस्थाओं के कार्यालयों पर छापे के दौरान कम से कम ₹ 290 करोड़ नकद जब्त किए गए। अधिकारियों ने बताया कि डिस्टिलरी धीरज साहू से जुड़ी है। बौध डिस्टिलरीज प्राइवेट लिमिटेड के परिसरों पर आयकर छापे आज पांचवें दिन में प्रवेश कर गए। धीरज साहू से जुड़ी बौध डिस्टिलरीज के परिसर में आज और अधिक नकदी गिनने वाली मशीनें लाई गईं। इससे पहले अधिकारियों ने झारखंड में सांसदों के आवासों पर छापेमारी की थी।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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