Uttar Pradesh Big Breaking : उत्तर प्रदेश से आज की सबसे बड़ी खबर, मुख़्तार अंसारी की हार्टअटैक से मौत
नोएडा : उत्तर प्रदेश से आज की सबसे बड़ी खबर है। बांदा जेल में बंद मुख़्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गयी। मुख़्तार की मौत के बाद उसके परिजन बांदा के लिए रवाना हो गए।
मुख़्तार अंसारी को हार्ट अटैक के बाद आज शाम बांदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। 2005 से मुख़्तार अंसारी जेल में बंद था। दो मामलों में मुख़्तार अंसारी को उम्र कैद की सजा हो चुकी थी।
मऊ, गाजीपुर और बांदा में सुरक्षा बढ़ाई गयी
मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद मऊ, गाजीपुर और बांदा में सुरक्षा बढ़ा दी गयी। कल जुमे की नमाज को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पिछले हफ्ते मुख़्तार अंसारी के बीमार होने की बात सामने आयी थी।
सजा का सिलसिला 2022 से शुरू हुआ
मुख्तार अंसारी के खिलाफ सजा का सिलसिला 21 सिंतबर 2022 को शुरू हुआ था। लखनऊ के आलमबाग थाने में वर्ष 2003 में दर्ज जेलर को धमकाने के मुकदमे में मुख्तार को एडीजे कोर्ट ने दोषमुक्त कर दिया था। सरकार ने इसे 27 अप्रैल 2021 को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। इसी मामले में उसे पहली बार सात वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद 23 सितंबर, 2022 को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज गैंगस्टर एक्ट के मामले में पांच वर्ष की सजा सुनाई गई।
दस वर्ष की सजा
29 अप्रैल, 2023 को गाजीपुर में ही दर्ज गैंगस्टर एक्ट के एक अन्य मामले में दस वर्ष की सजा हुई। पांच जून 2023 को अदालत ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के बड़े भाई अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। यह फैसला 32 वर्षों बाद आया था।
15 दिसंबर 2023 को वाराणसी के कोयला व्यवसायी और विश्व हिंदू परिषद के कोषाध्यक्ष रहे नंद किशोर रूंगटा के भाई महावीर प्रसाद रूंगटा को धमकी देने के 27 साल पुराने मामले में साढ़े पाच साल की सजा मुख्तार अंसारी को मिली थी।
बीते 13 मार्च को विशेष न्यायाधीश (एमपी एमएलए) अवनीश गौतम की अदालत ने फर्जीवाड़ा कर दोनाली बंदूक का लाइसेंस प्राप्त करने के मामले में मुख्तार अंसारी को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। चार दिसंबर 1990 को मुख्तार के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।