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उत्तर प्रदेशवाराणसी

जहां शिवलिंग मिला, उस स्थान का सर्वे हो

हिंदू पक्ष के अधिवक्ताओं हरिशंकर जैन व विष्णु जैन की मांग

वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू पक्ष ने मांग की है कि जहां शिवलिंग मिला उसके नीचे तहखाने का सर्वे कराया जाना चाहिए। अगर वह फव्‍वारा है तो वाटर सप्लाई का सिस्टम भी दिखाना चाहिए। ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता हरिशंकर जैन बुधवार को मीडिया के सामने आए।

उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि “जहां शिवलिंग मिला है उसके नीचे तहखाने का सर्वे कराया जाना चाहिए। सामने की दीवार को साफ कर अच्छे तरीके से वीडियोग्राफी होनी चाहिए। हमें उम्मीद है कि कोर्ट हमारे इस प्रार्थना पत्र पर तथ्यों और साक्ष्य के आधार पर फैसला सुनाएगी।”

हिंदू पक्ष के दूसरे वकील विष्‍णु जैन ने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में मिले शिवलिंग को दूसरा पक्ष (मुस्लिम पक्ष) फव्‍वारा कह रहा है। अगर ऐसा है तो वह फव्‍वारा चलाकर दिखा दें। फव्‍वारा है तो वहां वाटर सप्लाई का पूरा सिस्टम भी होगा। ऐसे में प्रतिवादी पक्ष को जांच में ऐतराज क्यों है? उन्होंने यह भी दावा किया कि नंदी महाराज के सामने से व्यासजी के कक्ष से शिवलिंग तक रास्ता जाता है। अदालत से वहां खुदाई कराने की मांग की गई है। विष्णु जैन ने यह भी कहा कि माहौल अच्छा बनाए रखने की जिम्मेदारी सिर्फ एक पक्ष की नहीं है।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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