गांवों में जाकर लोगों के दुख दर्द बांटने में खुशी मिलती है : मेनका गांधी
जनचौपाल में समस्याएं सुनकर अधिकारियों से कराया निराकरण
सुलतानपुर। शनिवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री व स्थानीय सांसद मेनका गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र दौरे के दूसरे दिन शनिवार को मोतिगरपुर ब्लॉक में 26 लाख रुपये की लागत से बने एक सड़क मार्ग, ब्लॉक कार्यालय गेट एवं अभिलेखागार कार्यालय का लोकार्पण किया। उन्होंने हमजाबाद, दियरा, महमूदपुर जंगल, बाघसराय, श्री रामपुर लमौली सहित करीब एक दर्जन गांवों में जन चौपाल लगाया। इसी के माध्यम से लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों से निस्तारण कराया। मेनका ने मुंडका दिल्ली में भीषण अग्निकांड में मारे गए 27 लोगों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने जन चौपालों में कहा कि मैं एक मां के रूप में आप की सेवा करने आती हूं। मेरा मकसद है कि जो लोग मेरे पास नहीं पहुंच सकते हैं मैं उनके पास पहुंचकर उनके दु:ख-दर्द को बांटूं। हमजाबाद की जन चौपाल में कहा कि वह चाहती हैं कि गांव में जमीनी विवाद खत्म हो और लोगों में खुशी का माहौल हो। उन्होंने गांव के जमीनी विवादों को निपटाने के लिए जिलाधिकारी रवीश कुमार से लेखपालों को गांव में बैठकर जमीनी विवादों को निपटाने के लिए रोस्टर जारी करने को कहा है। डीएम ने जल्द ही जारी करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि लेखपालों के गांव में न बैठने से जमीनी विवाद को लेकर पुलिस पर काफी बोझ पड़ा है। अगर लेखपाल गांव में बैठकर ईमानदारी से काम करें तो जमीनी व राजस्व संबंधी विवाद खत्म किये जा सकते हैं। उन्होंने हमदाबाद के प्रधान अनिल सिंह द्वारा बताए जाने पर कि उनके गांव में लेखपाल नहीं हैं उन्होंने तत्काल एसडीएम जयसिंहपुर से दूरभाष पर वार्ता कर लेखपाल नियुक्त करने के लिए कहा।
हमजाबाद में ही बिरईपुर गांव के लोगों ने बताया कि गांव के तालाब पर दबंग लोग कब्जा कर पक्का निर्माण कर रहे है। उन्होंने एसडीएम जयसिंहपुर से बात की और कहां तालाब को कब्जा करना गंभीर प्रकरण है। उन्होंने एसडीएम को जांच कराकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यहां पर उन्होंने प्रधानों से कोरोना कॉल में किए गए अनुभव व कार्यों को एक किताब में सजोने की बात कही। अन्य चौपालों में उन्होंने कहा मैं बड़े-बड़े काम तो करती ही हूं लेकिन मैं लोगों के व्यक्तिगत कार्यों पर तीव्र नजर रखती हूं। इसके बाद वे शहर के क्षत्रिय भवन सभागार में पहुंचकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद पांडे के संयोजन में आयोजित त्रैवार्षिक अधिवेशन व शिक्षा उन्नयन गोष्ठी कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। यहां पर उन्होंने अपने बचपन की यादों को साझा करते हुए कहा शिक्षक देश के भविष्य का निर्माणकर्ता होता है। उन्होंने कहां मैं स्वयं भी शिक्षा में बहुत रुचि रखती हूं। उन्होंने शिक्षकों को सीख देते हुए कहा जिस तरह मैं महीने में 6 दिन आती हूं। मुझे गांवों में गरीबों के बीच जाकर दु:ख दर्द को बांटने में खुशी मिलती उसी तरह शिक्षक भी खुशी-खुशी छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाने में रुचि ले और अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करें। उन्होंने विकास भवन के प्रेरणा सभागार में नगर में 25 पार्क बनाने को लेकर अहम बैठक की।
पूर्व पालिका अध्यक्ष प्रवीण कुमार अग्रवाल के संयोजन एवं पलक सिंह, नगर पालिका व वन विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित बैठक में श्रीमती गांधी ने कहा मैं सुल्तानपुर को हरा भरा सुंदर शहर बनाना चाहती हूं। उन्होंने कहा मैनें 3 महीने में 25 बड़े व 300 छोटे-छोटे पार्क जिसमें आकर्षक, महकदार व छाया देने वाले पेड़ लगाए जाएंगे और इन पार्को का नाम होगा सुखवन। उन्होंने कहा मैंने 1 साल में एक लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है।इन चीजों से जमीन की कीमतें भी कई गुना बढ़ जाती हैं।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार द्वारा एक मार्च 2020 के बाद कोरोना के कारणों से माता या पिता की आकस्मिक मौत के शिकार हुए लोगो के बच्चो को ढाई हजार रुपय से लेकर 4000 रूपये तक की छात्रवृत्ति की योजना की सराहना की है। ऐसे लाभार्थी बच्चो के सत्यापन के लिए उपजिलाधिकारी व खण्ड विकास अधिकारियों को अधिकृत किया गया है।
मीडिया प्रभारी विजय सिंह रघुवंशी ने बताया कि श्रीमती गांधी रविवार को इसौली विधानसभा में आधा दर्जन कार्यक्रमों में सम्मिलित होकर दो बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गईं।