सुधर जाओ, वरना होगी कड़ी कार्रवाई
केंद्र सरकार ने ओला, उबर जैसी कैब कंपनियों को दी कड़ी चेतावनी
नई दिल्ली। ग्राहकों से लगातार शिकायतों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने ओला और उबर जैसी कैब कंपनियों को कड़ी चेतावनी दी है कि वे ग्राहकों की शिकायतों को समय रहते दूर कर लें वरना उनकी खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
दरअसल, ओला और उबर जैसी कैब सर्विस दाता कंपनियों की ग्राहक लगातार शिकायतें कर रहे थे कि वे सर्विस ठीक नहीं दे रहे हैं। इससे उन्हें काफी परेशानी होती है। इसतरह की शिकायतों का एक तरह से अंबार सा लग गया था। तब केंद्र सरकार ने उन्हें कैब समझौता करने वालों को सेवा (सर्विस) में सुधार की कड़ी चेतावनी दी। यही नहीं शीघ्र ही सर्विस में सुधार नहीं करने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की घोषणा कर दी।
कुछ दिनों से केंद्र सरकार के पास ओला और उबर के जरिये टैक्सी बुक करने वाले ग्राहक लगातार शिकायत कर रहे थे कि कैब ड्राइवर उनके साथ खराब व्यवहार करते हैं। टैक्सी के किराये में अचानक वृद्धि कर दी गई है। यात्रा के दौरान ड्राइवर एसी चलाने से मना कर देते हैं। टैक्सी बुक हो जाने के बाद भी कई बार राइड रद कर दी जाती है। यहां तक पीक आवर दिखाकर कम किराये बुक की गई टैक्सी का अचानक किराया बढ़ा दिया जाता है। यह किराया दोगुने से भी अधिक होता है। ग्राहक जब इसके लिए तैयार नहीं होता है तो बुक टैक्सी रद करने के लिए उससे रद करने के लिए रुपयों की मांग की जाती है। नहीं देने पर झगड़ा करने पर ड्राइवर उतारू हो जाता है। ऐसी कई तरह की शिकायतें ग्राहक कर रहे थे। शिकायतों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस मामले में 10 मई को कैब कंपनियों के साथ बैठक की।
बैठक में कैब कंपनियों ओला, उबर, रैपिडो, जुगनू, मेरु, रैपिडो आदि कैब राइड एग्रीगेटर्स कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। बैठक में सरकार ने कैब एग्रीगेटर्स को ग्राहकों की शिकायतों की जानकारी दी और कंपनियों को अपनी सर्विस में सुधार लाने और शिकायतों को दूर करने की चेतावनी दी।