फर्जी काल सेंटरः लोगों को बैंकों से लोन व नौकरी दिलाने का झांसा देकर करते थे ठगी
फर्जी काल सेंटर खोलकर भोले-भाले मजबूर लोगों को ठगने का करते थे धंधा, छह लोगों को पुलिस ने दबोचा
नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-63 नोएडा की पुलिस ने फर्जी काल सेन्टर का भंडाफोड़ कर 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस फर्जी काल सेंटर के जरिये लोगों को कॉल कर विभिन्न बैंको से लोन दिलाने और आदित्य बिरला ग्रुप व बिरला फाइनेन्स कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठग लिया जाता था। इस फर्जी काल सेंटर के जरिये लोगों को झांसा देकर लाखों रुपये ठगे जा चुके हैं।
कौन हैं पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़ कर लोगों को ठगने और बिरला ग्रुप व बिरला फाइनेंस कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगने के आरोप में जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान विकास कुमार निवासी प्लॉट नं0-31, तृतीय तल, कैलाशपुरम, गोविन्दपुरम, थाना कविनगर गाजियाबाद मूल पता ग्राम पलवाड़ा, थाना बहादुरगढ, जिला हापुड़, दूसरे की पुनीत कुमार निवासी प्लॉट नं0-31, तृतीय तल, कैलाशपुरम, गोविन्दपुरम थाना कविनगर, गाजियाबाद मूल पता ग्राम पलवाड़ा, थाना बहादुरगढ, जिला हापुड़, तीसरे की देवांश सक्सेना निवासी-सी-1421, आदित्य वर्ल्ड सिविक, थाना कविनगर, गाजियाबाद, चौथे की हर्षित श्रीवास्तव निवासी-बादल यादव का मकान, खोड़ा गाव, पुलिस चौकी, थाना खोड़ा, गाजियाबाद मूल पता ग्राम पुरदिलनगर, थाना सिकन्द्राराउ, जनपद हाथरस, पांचव की पहचान नीतीश कुमार निवासी-फ्लैट नं0-01, आदित्य अपार्टमेन्ट, बहरामपुर, थाना विजयनगर, गाजियाबाद मूल पता ग्राम पुन्नर तहसील पालमपुर, थाना भवारना, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश और छठवें आरोपी की पहचान शैलेन्द्र निवासी- गली नं0-23, सुनील का मकान, थाना खोड़ा, गाजियाबाद मूल पता करहरा कला थाना महोबा, जिला महोबा, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई हैं। पुलिस ने इन्हें आज मंगलवार को थाना क्षेत्र के घटनास्थल एच-61 सेक्टर-63 नोएडा से गिरफ्तार किया है।
कैसे लोगों को ठगते थे
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे एच-61, सेक्टर-63 में एक ऑफिस खोला गया जिसमें वे लोग पंचाकर्म आयुर्वेद प्रोसिस केयर किट में नकली चूर्ण भरकर उस पर पंचाकर्म आयुर्वेद प्रोसिस केयर किट का स्टीकर लगाकर 3 से 6 हजार रुपये में बेच देते थे। इससे उन्हें नकली चूर्ण खरीदने वालो का डाटा मिल जाता था और फिर वे लोग फोन से प्राप्त डाटा पर लोगों को कॉल कर विभिन्न बैंकों से लोन दिलाने, आदित्य बिरला ग्रुप और बिरला फाइनेन्स मे नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर लेते थे।
क्या हुआ इनके पास से बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो डेस्कटॉप कम्प्यूटर, चार लैपटॉप, 13 स्मार्ट फोन, 14 कीपैड फोन, एक लाख 18 हजार रुपये नगद, एक मोहर (पंचकुला आयुर्वेद), सात एफएसएसएआई के फर्जी स्टीकर, विभिन्न बैंकों के 20 एटीएम कार्ड, पांच अप्रूवल लेटर, 167 डाटाशीट, 53 पंचकर्मा आयुर्वेदा चूर्ण की बड़ी डिब्बी (अनुमानित कीमत लगभग 2.5 लाख रुपये), 10 पंचकर्मा आयुर्वेदा चूर्ण की छोटी डिब्बी, 10 रजिस्टर, 10 डायरियां, 8 चेक बुक, विभिन्न बैंकों के 3 पासबुक, एक होण्डा सिविक कार, एक मोटर साइकिल बरामद हुए हैं। होण्डा सिविक कार, रुपये व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान ठगी की धनराशि से खरीदे गए थे।
पुलिस ने इनके खिलाफ भादवि की धारा 420, 406, 467, 468, 471,34 और 66 आई.टी एक्ट के तहत मामले दर्ज किए हैं। पुलिस इनके खिलाफ अगली कानूनी कार्यवाही कर रही है।