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हद हो गई क्रूरता कीः बच्ची की हत्याकर झोले में डाल खूंटी से लटका दिया था शव को, बदबू आने पर पता लगा

दो दिनों से गायब थी बच्ची, परिजनों व पड़ोसियों के साथ बच्ची को खोजने का करता रहा नाटक, शव मिलते ही मौके से भाग गया पड़ोसी

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसमें बच्ची की हत्या के आरोपी ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी। यहां तक कि बच्ची की हत्या करने के बाद उसके शव को झोले में डालकर खूंटी पर टांग दिया था। शव से जब बदबू आई तब लोगों की तवज्जो उस घर की ओर गई और लोगों ने पुलिस से शिकायत की।

क्या है मामला

सूरजपुर थाने में देवला कस्बे में एक व्यक्ति ने 8 अप्रैल को रिपोर्ट लिखाई की उसकी दो साल की बेटी 7 अप्रैल से लापता है। बच्ची घर के पास ही खेलते हुए अचानक गायब हो गई थी। पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्जकर बच्ची की तलाश शुरू कर दी लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।

पड़ोसी के घर से आई बदबू

पुलिस बच्ची का पता लगा पाती इसके पहले ही एक पड़ोसी के घर से बदबू आनी शुरू हुई। यह बदबू किसी शव के सड़ने की थी। बदबू आने के बाद पड़ोसियों ने छानबीन की तो बदबू का स्रोत खूंटी पर टंगा एक झोला था। लोगों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने झोले की तलाशी ली तो उसमें गायब हुई बच्ची का शव था। इस बीच बच्ची को गायब हुए 48 घंटे बीत चुके थे। यह घर बच्ची के पड़ोसी का था। शव बरामद होते ही पड़ोसी मौके से खिसक गया।

घर का दरवाजा तोड़ा।

घर से बदबू आने आने पर लोगों को घर में शव होने का शक हुआ। इस पर लोगों ने सुबह ही बच्ची के पड़ोसी राघवेंद्र के घर का दरवाजा तोड़कर उस स्रोत को ढूंढ़ लिया जहां से बदबू आ रही थी। बदबू खूंटी से टंगे झोले (बैग) से आ रही थी। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने झोले से बच्ची के शव को बरामद कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

गला दबाकर की गई हत्या

डीसीपी सेंट्रल जोन रामबदन सिंह ने बताया कि बच्ची के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट कल शाम को मिल गई थी। उसमें बच्ची की हत्या गला दबाकर करने की पुष्टि हुई है। राघवेंद्र फिलहाल फरार हो गया है। उसकी तलाश के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया है। वह जल्दी ही पुलिस की गिरफ्त में होगा। राघवेंद्र मूलरूप से बलिया का निवासी है। बच्ची के माता-पिता चंदौली के रहने वाले हैं।

घर पर अकेले थे मासूम भाई-बहन

बच्ची के माता-पिता चंदौली से यहां रोजी-रोटी की तलाश में आए थे और वे देवला में किराये के मकान में रहते हैं। पिता निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। वह सात अप्रैल को पिता नौकरी पर गए थे। मां दो साल की बेटी को अपने सात साल के बेटे के भरोसे छोड़कर बाजार चली गई थी। वापस लौटी तो बच्ची नहीं मिली।

डर का माहौल

बच्ची की हत्या राघवेंद्र ने क्यों की, इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस राघवेंद्र की तलाश में है और वही बता सकता है कि उसने बच्ची की हत्या क्यों की। दूसरी ओर, राघवेंद्र के कमरे से बच्ची का शव बरामद होने से आसपास के लोगों में डर व्याप्त हो गया है। लोग अपने बच्चों के सुरक्षा के प्रति चिंतित हो गए हैं।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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