Noida Extension Big Breaking : नोएडा के दो माह के बच्चे ने प्रधानमंत्री के सपने को किया पूरा, बच्चे के काम जानकर आप भी करेंगे सलाम
सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने में कामयाबी हासिल की
नोएडा वेस्ट : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को अगर कोई दो माह का बच्चा पूरा कर दें, तो आप क्या कहेंगे। जी हां, सुनने में अजीब ज़रूर लगेगा, लेकिन यह एकदम सच है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया कैंपेन के माध्यम से दो माह के बच्चे ने वर्ल्ड रिकॉर्ड हासिल किया है। सबसे कम उम्र में सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने में कामयाबी हासिल की है। यह एक ऐसी अद्भुत उपलब्धि है जो युवा पीढ़ी को सरकारी दस्तावेज हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी।
जहां कई लोग अपने जीवन में कुछ अनोखा हासिल करने के लिए संघर्ष करते है, वहीं इस बच्चे ने पहले ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर लिया है। नोएडा एक्सटेंशन के गौड़ सिटी निवासी रिवांश राभ्य मिश्रा का जन्म 15 जनवरी २०२३ को हुआ। पिता मयंक मिश्रा नोएडा और माँ पूजा मिश्रा सासनी की रहने वाली है। रिवांश राभ्य मिश्रा ने जन्म लेने के बाद जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, गवर्नमेंट वैक्सीनेशन कार्ड, पैन कार्ड, ABHA कार्ड, बैंक अकाउंट, पीपीएफ अकाउंट, किसान विकास पत्र, एलआईसी, आरडी, FD , डेबिट कार्ड और चेक बुक हासिल कर लिया है। बच्चे के पिता मयंक ने फ़ेडरल भारत से बातचीत के दौरान कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी के डिजिटल इंडिया के कैंपेन से प्रभावित है, उसी का फायदा उठाकर उन्होंने सबसे ज्यादा सरकारी दस्तावेज हासिल करने में कामयाबी हासिल कर ली।
मयंक ने बताया कि पहला डॉक्यूमेंट बर्थ सर्टिफिकेट बनने के बाद उन्होंने आधार कार्ड के लिए अप्लाई किया और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न डिजिटल इंडिया के माध्यम से मात्र 3 दिन में रिवांशराभ्य मिश्रा का आधार कार्ड प्राप्त हुआ। मयंक ने बताया कि उनके पिता सुभाष चंद्र मिश्रा के डॉक्यूमेंटस कलेक्शन और उनके महत्त्व की याद उनको आयी, जिसके बाद उन्होंने कम उम्र मे ही रिवांशराभ्य मिश्रा के सारे सरकारी और आवश्यक डॉक्यूमेंट बनवाने का निर्णय लिया। डिजिटल इंडिया के सहयोग और माता पिता के अथक प्रयासों से इतनी कम उम्र में उन्होंने इतना बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। एशिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स ने बच्चे के इस रिकॉर्ड को ग्रैंड मास्टर नाम से एक टाइटल दिया है और अगले अंक में इस टाइटल से इसका प्रकाशन भी किया जा रहा है।