Noida Hindi News: नोएडा प्राधिकरण के करोड़ों रुपये हुए गायब, धोखाधड़ी से अन्य खातों हुए ट्रांसफर
एक व्यक्ति ने धोखे से 3.90 करोड़ अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया, नौ करोड़ और ट्रांसफर कराने गया तो मामला खुल गया
नोएडा। नोएडा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर-62 स्थित बैंक आफ इंडिया में फिक्स डिपॉजिट (एफडी) के लिए भेजे गए 200 करोड़ रुपये में से तीन करोड़ 90 लाख रुपये एक जालसाज ने धोखाधड़ी कर अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिए। वह और नौ करोड़ रुपये ट्रांसफर कराने के लिए बैंक गया था। तब मामला खुल गया। मामला का खुलासा होने के बाद नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों में हड़कंप मंच गया है।
क्या है मामला
नोएडा के एडिशनल पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) बुधवार को यहां बताया कि नोएडा प्राधिकरण के वित्त एवं लेखा अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने थाना सेक्टर-58 में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट के अनुसार नोएडा विकास प्राधिकरण के 200 करोड़ रुपये बैंक में एफडी करने थे। इसके लिए प्राधिकरण ने कई बैंकों से टेंडर मांगा था। नोएडा के सेक्टर-62 स्थित बैंक ऑफ इंडिया शाखा ने 200 करोड़ रुपये की एफडी के लिए टेंडर हासिल कर लिया।
तीन खातों में 3.90 करोड़ रुपये ट्रांसफर करवाए
उन्होंने बताया कि नोएडा विकास प्राधिकरण की ओर से बैंक को 200 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए गए। बैंक के अधिकारी एफडी बनाने की प्रक्रिया में लगे थे। इसी बीच अब्दुल खादर नामक व्यक्ति और बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने आपस में कथित रूप से मिलीभगत कर नोएडा विकास प्राधिकरण की ओर से पत्राचार किया। इसके बाद तीन बैंक खाते खुलवाए गए और प्राधिकरण की ओर से फर्जी मेल कर उन तीन खातों में बैंक से तीन करोड़ 90 लाख रुपये डलवा लिए गए हैं।
प्राधिकरण के अधिकारियों पर भी शक
उन्होंने बताया कि बताया कि नए खाते खुलवाने वाले ने 9 करोड़ रुपये उन खातों में डलवाना चाह रहे थे। आरोपियों ने 200 करोड़ की फर्जी एफडी बनाकर नोएडा विकास प्राधिकरण को भेज दी थी। उधर बैंक का कहना है कि उन्होंने अभी एफडी नहीं बनाई है। एडीसीपी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्दी ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली जाएगी। चर्चा है कि इस घोटाले में बैंक अधिकारियों के अलावा नोएडा विकास प्राधिकरण के कुछ अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। इस मामले में पुलिस ने भादवि की धारा 420, 467, 468, 471, 120बी और 409 के तहत मामला दर्ज किया है।