मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार : राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन, बेटी ने दी मुखाग्नि
New Delhi News : भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और आर्थिक सुधारों के जनक, मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार (28 दिसंबर) को निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनकी बेटी ने उन्हें मुखाग्नि दी, जबकि उनके परिवार के अन्य सदस्य, सहित पत्नी गुरशरण कौर, इस अंतिम संस्कार में उपस्थित रहे।
कांग्रेस मुख्यालय से अंतिम यात्रा की शुरुआत
मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय से निगमबोध घाट तक अंतिम यात्रा के लिए लाया गया। यात्रा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता “जब तक सूरज चाँद रहेगा, मनमोहन आपका नाम रहेगा” और “मनमोहन सिंह अमर रहें” जैसे नारे लगाते रहे।
कांग्रेस मुख्यालय में श्रद्धांजलि अर्पित की गई
मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर कांग्रेस मुख्यालय में रखा गया, जहां पार्टी के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ताओं ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर ने भी अपने पति को पुष्प अर्पित कर अंतिम विदाई दी।
मनमोहन सिंह के योगदान को किया याद
मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया और इसके पहले 1991 में नरसिम्हा राव सरकार के तहत वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया। उनके नेतृत्व में भारत ने कई ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों की दिशा में कदम बढ़ाए, जिनमें सूचना का अधिकार (आरटीआई), शिक्षा का अधिकार (आरटीई) और मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं।
भारत और विदेशों से नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक सहित कई अन्य राजनेताओं और हस्तियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मनमोहन सिंह के योगदान और नेतृत्व को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनका निधन एक युग की समाप्ति का प्रतीक बन गया है।