नोएडा में अवैध निर्माण पर प्रहार: 40 से अधिक इमारतें घोषित अवैध!

नोएडा : उत्तर प्रदेश के नोएडा में अवैध इमारतों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। नोएडा विकास प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को विभिन्न इलाकों में 40 से अधिक इमारतों को अवैध घोषित कर दिया। इन इमारतों पर लाल रंग से “अवैध” लिखकर लोगों को सतर्क किया गया।
एफएनजी मार्ग पर बड़ी कार्रवाई
प्राधिकरण की टीम ने गुरुवार को एफएनजी मार्ग पर गढ़ी चौखंडी और बसई गांव में अवैध निर्माण के खिलाफ विशेष अभियान चलाया। इस दौरान करीब 20 इमारतों पर नोटिस चस्पा करते हुए स्पष्ट लिखा गया कि “यह इमारत अवैध है”। इसी तरह भंगेल, सलारपुर, बरौला और अन्य गांवों में भी इमारतों पर लाल रंग से “अवैध” लिख दिया गया
अधिसूचित भूमि पर अवैध निर्माण
प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए होटल, फ्लैट और निर्माणाधीन बिल्डिंगों को भी चिन्हित किया गया। इन इमारतों पर नोटिस चस्पा करने के साथ-साथ लाल रंग से “यह बिल्डिंग अवैध है” लिखा गया। यहां तक कि छह मंजिला फ्लैटों को भी अवैध घोषित कर दिया गया।
भूमाफिया पर सख्ती
अवैध निर्माण की पहचान के लिए जॉइंट सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे में उन भूमाफियाओं को चिह्नित किया जा रहा है, जिन्होंने प्राधिकरण की अधिसूचित भूमि पर कब्जा किया। यदि किसी अधिसूचित प्लॉट पर पुनः अवैध निर्माण पाया गया, तो उसे भूमाफिया की श्रेणी में डालकर शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
बड़े पैमाने पर भूमि मुक्त
प्राधिकरण के मुताबिक, जनवरी 2024 से अब तक 1.93 लाख वर्गमीटर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया है। इस भूमि की कीमत लगभग 1068 करोड़ रुपये आंकी गई है। अवैध मकान और दुकानों को भी ध्वस्त कर दिया गया।
विरोध के बीच कार्रवाई
गुरुवार को बरौला में अतिक्रमण दस्ते ने हनुमान मूर्ति के पास बनाई जा रही दुकानों को तोड़ा। इस दौरान स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे कार्रवाई को बीच में ही रोकना पड़ा। हालांकि, इसके बाद सलारपुर में भी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रखा गया
अवैध निर्माण पर प्राधिकरण का रुख सख्त
नोएडा प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि अवैध इमारतों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। हाजीपुर और सलारपुर में भी अवैध इमारतों को तोड़ा गया। प्राधिकरण का कहना है कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ भविष्य में भी इसी तरह की सख्ती जारी रहेगी।