15 साल पहले आया था अवैध तरीके से भारत, नोएडा में बना बैठा था पीजी मालिक

नोएडा : करीब 15 साल पहले किशोर अवस्था में बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आया एक युवक नोएडा में दो साल से किराए पर पीजी चला रहा था। उसकी गतिविधियों पर तब शक हुआ जब स्थानीय लोगों ने उसे रात में संदिग्ध भाषा में फोन पर बात करते देखा और पुलिस को जानकारी दी।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारत में बना रखी थी पहचान
पुलिस ने बताया कि युवक फर्जी आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जैसे दस्तावेजों के सहारे पुणे और गाजियाबाद के पते पर पहचान बनाकर रह रहा था। उसके पास से दो मोबाइल फोन, दो आधार कार्ड, जन्म प्रमाणपत्र, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट बरामद किए गए हैं।
नोआखली जिले का रहने वाला है आरोपी
पकड़े गए व्यक्ति की पहचान बांग्लादेश के नोआखली जिले के श्रीपोद्दी गांव निवासी आसिफ शेख पुत्र अब्दुल रौबे के रूप में हुई है। वह नोएडा के बख्तावरपुर गांव स्थित प्रेस्टिज पैराडाइज पीजी में रह रहा था।
नदी के रास्ते देश में आया था, दलाल की मदद से पुणे में बसा
एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी 16 वर्ष की उम्र में उत्तर 24 परगना जिले के रास्ते नदी मार्ग से भारत आया था। बांग्लादेश से बॉर्डर पार कराने में दलालों ने मदद की। इसके बाद वह पुणे के वकाड क्षेत्र में रहकर फर्जी दस्तावेज बनवाने में सफल रहा।
2018 में उसका भाई भी पकड़ा गया था
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी का भाई मोहम्मद आलम शेख पहले से ही भारत में था और उसने दस्तावेज बनवाने में मदद की थी। आसिफ ने 2015 में गाजियाबाद के इंदिरापुरम में नौकरी करते हुए वहां भी एक फर्जी आधार और ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया। उसका भाई 2018 में इंदिरापुरम से गिरफ्तार हो चुका है।
बहन की घुसपैठ कराने की योजना बना रहा था
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि आसिफ अपनी बहन को भी इसी तरह भारत में घुसपैठ कराने की योजना बना रहा था। इस मामले से न सिर्फ फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का खुलासा हुआ है, बल्कि पुलिस और जांच एजेंसियों की सतर्कता पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।