crimeउत्तर प्रदेशबरेलीबरेली मंडललखनऊ

कार्रवाईः अतीक के भाई अशरफ से शूटरों को मिलवाने के आरोप में जेलर समेत सात निलंबित

बरेली जेल में बंद है अशरफ, जेल अधिकारियों व कर्मचारियों ने फरवरी में शूटरों से कराई थी मुलाकात, रची गई थी हत्या की साजिश

लखनऊ। कारागार महानिदेशक (डीजी जेल) आनंद कुमार ने सोमवार को बरेली जिला जेल के जेलर और डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप सिंह समेत सात को निलंबति कर दिया। इनके अलावा बरेली जिला जेल में तैनात रहे सिपाही समेत दो को गिरफ्तार कर लिया गया है।

क्यों हुई कार्रवाई

जिन लोगों के खिलाफ कारागार महानिदेशक ने कार्रवाई की है उन पर आरोप है कि प्रयागराज के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के पुलिस क चश्मदीद गवाह उमेश पाल की हत्या के कथित साजिशकर्ता अशरफ से उसके गुर्गों से अवैध कराने में सहयोग किया था। अशरफ बरेली जिला जेल (सेंट्रल जेल-2) में बंद है। वह अपने भाई बाहुबली पूर्व सांसद अतीक के साथ ही उमेश पाल की हत्या के लिए मुख्य साजिशकर्ताओं में शुमार है। जेल अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट के बाद की गई है।

इनके खिलाफ की गई कार्रवाई

बरेली जेल के जिन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है उनमें जेलर राजीव मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश सिंह, हेड वार्डर बृजवीर सिंह, वार्डर मनोज गौड़, दानिश मेहंदी, दलपत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इनके अलावा डिप्टी जेलर रहे कृष्ण मुरारी और जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

अतीक साबरमती जेल में अशरफ बरेली जेल में है बंद 

प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के साजिशकर्ताओं में अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ मुख्य आरोपी हैं। अशरफ बरेली जिला जेल में बंद है जबकि अतीक अहमद गुजरात की साबरमती जेल में है। प्रयागराज पुलिस ने खुलासा कर दिया था कि उमेश पाल की हत्या की साजिश साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और बरेली जेल में बंद उसके भाई अशरफ ने रची थी।

फरवरी में शूटरों ने की थी भेंट

पुलिस और विभिन्न जांच कर्ता एजेंसियों ने अपनी जांच रिपोर्ट में खुलासा किया है कि शूटरों ने 10 और 11 फरवरी को बरेली जेल में अशरफ से मुलाकात की थी। यह भी खुलासा हुआ है कि जेल में अशरफ से उसके शूटरों व अन्य गुर्गों की अवैध तरीके से अक्सर मुलाकात कराई जाती थी।

कई लोगों की हो चुकी है गिरफ्तारी

बरेली जिला जेल के सिपाही शिवहरि अवस्थी और सब्जी सप्लायर नन्हें उर्फ दयाराम सात मार्च को गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनकी गिरफ्तारी एसओजी और सर्विलांस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई के दौरान की। फिर जेल में अशरफ से मुलाकात करने वाले दो गुर्गे गिरफ्तार हुए थे। सोमवार को सिपाही मनोज गौड़ को गिरफ्तार किया गया।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close