दिल्लीराजनीति

बधाईः राष्ट्रपति चुनाव जीतीं द्रौपदी मुर्मू

बधाई देने वालों में विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा आगे रहे, प्रधानमंत्री ने उनके आवास जाकर दी बधाई

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीत गई हैं। तीन दिन पहले 18 जुलाई को हुए राष्ट्रपति चुनाव के बाद आज बृहस्पतिवार को मतों की गणना हुई। इसमें द्रौपदी मुर्मू को कुल 5 लाख, 77 हजार, 777 मूल्य के वोट मिले। संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को कुल 2 लाख, 61 हजार, 62 मूल्य के वोट मिले।

चुनाव में जीत मिलने से बहुत पहले ही जब द्रौपदी मुर्मू ने एक बड़ी बढ़त ले ली थी, तभी से दिल्ली स्थित उनके आवास और भाजपा मुख्यालय में जश्न का माहौल बनने लगा था। चुनाव में जीत के बाद अब मुर्मू को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया है।

सबसे पहले सिन्हा ने दी बधाई

द्रौपदी मुर्मू को चुनाव जीतने पर सबसे पहले संयुक्त विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि राष्ट्रपति चुनाव  में जीत मिलने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई। हर भारतीय यह आशा करता है कि द्रौपदी मुर्मू बिना भय अथवा पक्षपात के संविधान की संरक्षक’ के तौर पर कार्य करेंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके आवास पर जाकर द्रोपदी मुर्मू को चुनाव जीतने की बधाई दी। इसके बाद तो सत्तापक्ष और विपक्ष के नेताओं का उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। यह सिलसिला अभी जारी है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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