नामी विश्वविधालयों में एडमिशन कराने के नाम पर अभी तक की सबसे बड़ी ठगी का पर्दाफाश, नोएडा पुलिस ने गिरोह के छह लोगों को दबोचा
नोएडा : नामी विश्वविधालयों में एडमिशन कराने के नाम पर ठगी का नोएडा पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने गिरोह के दो सरगना समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में दो युवतियां भी शामिल हैं। 50 से अधिक छात्रों के साथ ठगी की जानकारी पुलिस को आरोपियों ने दी है। इनके पास से 5 करोड़ 6 लाख 50 हजार के 61 चेक, 3.90 लाख कैश, दो लैपटाप, 16 मोबाइल फोन, डायरी और प्रपत्र बरामद हुए हैं।
पिछले एक साल से नोएडा में चला रहे थे अपना ऑफिस
आरोपी इंटर पास बच्चो को निशाना बनाते थे। सभी आरोपी उत्तर प्रदेश और दिल्ली व मध्यप्रदेश व बिहार के रहने वाले है।
ये है पकडे गए आरोपी
आरोपियों की पहचान पटना के राहुल कुमार पुत्र योगेन्द्र सिंह, अनुपम कुमार पुत्र सतेन्द्र कुमार, महाराष्ट्र नागपुर के दयानंद पांडे उर्फ मोहित पुत्र दिनेश पांडे, आगरा मनसुखपुरा के सचिन सिंह पुत्र रामकेश सिंह, गोरखपुर सूरजपुर कॉलोनी की विदुषी लोहिया पुत्र रामकेश सिंह और झारखंड जमशेदपुर की निकिता उपाध्याय उपाध्याय पुत्री संजय उपाध्याय के रूप में हुई है।उन्होंने बताया कि गिरोह के सरगना राहुल कुमार और अनुपम हैं। जिनका एक आफिस नोएडा व एक पुणे में है। ये लोग सोशल मीडिया पर नेक्स्ट एजुकेशन, करियर कार्नर, गुरुकुल एजुकेशन, एजुकेशन कंसल्टेंट, कैरियर प्लान, एडमिशन साथी आदि के माध्यम से विधार्थियों से संपर्क करते थे।
इन संस्थानों के फ़र्ज़ी फार्म भरवाकर ठगी को दिया अंजाम
भारत के समस्त राज्यों के बड़े-बड़े संस्थान व विदेश की बड़ी-बड़ी यूनिवर्सिटी के फर्जी फार्म भरवाकर विश्वास दिलाकर दाखिला कराने की जिम्मेदारी लेते थे। पुलिस के मुताबिक गिरोह के सरगनाओं ने चार लोगों की 40 से 50 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन पर रखा था। अधिकतर धनराशि कैश में लेते थे। जो लोग कैश नहीं दे पाते थे उनसे पोस्ट डेटेड चेक ले लेते थे। इसके अलावा कमीशन पर लोग भी रखे थे। जिन्हें छात्र लाने पर कमीशन मिलता था।