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राज बब्बर को एमपी एमएलए कोर्ट ने सुनाई दो साल की सज़ा

वर्ष 1996 में लोस चुनाव में मतदान अधिकारी से मारपीट का मामला

लखनऊ। वर्ष 1996 में हुए लोकसभा के चुनाव में समाजवादी पार्टी के तत्कालीन उम्मीदवार एवं फिल्म अभिनेता राजबब्बर को एमपी/एमएलए कोर्ट ने दो साल की कैद और आठ हजार 500 रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है।

राजबब्बर वर्ष 1996 में हुए लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे। भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अटल बिहारी वाजपेयी थे। राजबब्बर पर आरोप था कि उन्होंने 2 मई 1996 में हुए चुनाव में एक मतदान केंद्र पर मतदान अधिकारी के साथ मारपीट की थी। मतदान अधिकारी ने राजबब्बर के खिलाफ लखनऊ के वजीरगंज में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने उनके खिलाफ मतदान अधिकारी से मारपीट, सरकारी कार्य बाधा डालने की रिपोर्ट दर्ज की थी। अदालत में सुनवाई के बाद ये आरोप सिद्ध हो गए।

जिस समय राजबब्बर के खिलाफ फैसला सुनाया गया उस समय वे अदालत में मौजूद थे।

उस चुनाव में राजबब्बर अटल जी से चुनाव लाखों मतों के अंतर से हार गए थे। बाद में समाजवादी पार्टी से मतभेद होने पर उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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