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आफतः बारिश से कुछ जिलों में भीषण तबाही, लखनऊ व गोरखपुर का सबसे बुरा हाल

बारिश से हुए हादसों के कारण अब 15 लोगों की हो चुकी है मौत, इनके कई बच्चे भी शामिल, कई लोग हो गए हैं घायल

लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश का कहर जारी है। अभी अगले तीन दिनों तक प्रदेश के 33 जिलों को बारिश से  राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने उन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उधर, बुधवार से शुरू हुई बारिश शुक्रवार को भी जारी रही। कुछ जिलों में बारिश ने भारी तबाही मचाई है। बारिश के कारण हुए विभिन्न हादसों में अब तक 15 लोगों के मौत की सूचना है।

 

 

कई जिलों में व्यवस्था की पोल खुली

बुधवार से रुक-रुक कर हो रही लगातार बारिश में विभिन्न जिलों में बारिश से निपटने के लिए की गई तैयारियों की पोल खोल दी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ का गृह जिला गोरखपुर सहित जिले बारिश से बुरी तरह प्रभावित हैं। लखनऊ में तो मुख्यमंत्री के सरकारी आवास वाली सड़क भी पानी से भर गया है।

भारी बारिश से कई जिलों में हुए हादसे

भारी बारिश के कारण कई शहरों में हादसे हुए हैं। प्रदेश की राजधानी लखनऊ कैंट में निर्माणाधीन भवन की दीवार गिर जाने से नौ लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 3 पुरूष, 3 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। उन्‍नाव में एक घर की छत गिरने से तीन लोगों की जान चली गई। मरने वाले बच्चे हैं। इनकी मां बुरी तरह से घायल हो गई है। इनके अलावा कई लोग घायल हो गए हैं। कानपुर में रेलवे अंडरपास में भरे पानी में डूबकर एक व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। सुबह पानी कम होने पर युवक का शव दिखा तब हादसे की जानकारी हुई।

लखनऊ में बुरा हाल

लखनऊ में बारिश से बुरा हाल है। शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र बचा हो जहीं पानी न भरा हो। कई मार्गों पर नाव चलाने की नौबत आ गई है। घरों में पानी घुस गया है। लोगों का बाहर निकलना दूभर हो गया है। जिन जिलों में भारी बारिश हुई है उन जिलों में फसलों की भी तबाही हुई है। खेतों में पानी भर जाने से फसलें नष्ट हो गई हैं। मुख्यमंत्री ने बारिश से नष्ट हुई फसलों के जायजा लेने के निर्देश दिए हैं।

मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख की सहायता

मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मरने वालों के परिजनों के लिए चार लाख रुपये और घायलों के लिए दो लाख रुपये आर्थिक सहायता की घोषणा की है। उन्होंने घायलों की समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं।

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, आगरा, फिरोजाबाद, इटावा, औरैया, बरेली, पीलीभीत, बदायूं और जालौन में गरज-चमक के साथ भारी बारिश का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। इनके अलावा हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कासगंज, एटा, मैनपुरी, शाहजहांपुर और आसपास के जिलों में भारी बारिश का ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है।

गौतमबुद्ध नगर व गाजियाबाद जिले में राहत

बारिश के कारण जहां उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी तबाही हुई है वही गौतमबुद्ध नगर और इससे सटे गाजियाबाद जिलों में गनीमत रही है। इन जिलों में रुक-रुक बारिश तो हो रही है लेकिन वह काफी धीमा है। बारिश के नाम पर फुहारें पड़ रही हैं। इससे लोगों को पिछले दिनों से पड़ रही चिपचिपी गर्मी से राहत मिली है।

एमएलसी को मंगवाना पड़ा ट्रैक्टर

 

 

लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में पानी भर से भाजपा एमएलसी पवन सिंह को घर के बाहर निकलने के लिए ट्रैक्टर मंगवाना पड़ा। दो दिनों से हो रही बारिश के कारण वे फंस गए थे। रास्ते में घुटनों से ऊपर तक का पानी भरा था। उनकी गाड़ियां तक बाहर नही निकल पा रही थी। वे ट्रैक्टर चलाकर बाहर निकले।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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