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अच्छी खबरः 14 जनवरी 2024 से श्रीराम मंदिर में दर्शन-पूजन कर सकेंगे श्रद्धालु

अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण की क्या है स्थिति, अब तक कितना निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, कितना बाकी है, श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने दी जानकारी

अयोध्या। दीपावली के बाद श्री राम तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर के मामले में श्रद्धालुओं को अच्छी खबर दी है। यहां श्रीराम मंदिर का निर्माण करा रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने कहा है कि मंदिर निर्माण का करीब 50 फीसद कार्य पूरा कर लिया गया है। शेष कार्य भी प्रगति पर है। यह प्रगति संतोषजनक है।

मीडिया को जाने की इजाजत

ट्रस्ट ने आज मंगलवार को मीडिया को उस स्थान पर भी जाने की इजाजत दी जहां से मंदिर निर्माण की प्रगति का जायजा लिया जा सकता है। इसके पहले इस स्थान पर मीडिया कर्मियों को जाने पर रोक लगी हुई थी।

किसने दी जानकारी

ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने बताया कि मुख्य मंदिर का 40 फीसद और कुल मिलाकर परिसर में 50 फीसद निर्माम कार्य पूरा हो चुका है। हम मंदिर निर्माण के कार्य की प्रगति और गुणवत्ता से संतुष्ट हैं। उन्होने बताया कि मंदिर का प्रमुख प्रवेश द्वार ‘सिंह द्वार’ होगा। 2.77 एकड़ का मंदिर क्षेत्र में ग्रेनाइड पत्थरो का इस्तेमाल हो रहा है। श्रीराम मंदिर में 392 स्तम्भ होंगे। कुल 12 द्वार का निर्माण होगा। गर्भगृह में 160 पिलर होंगे।  पहली मंजिल पर 132 पिलर होंगे। मंदिर में सागौन की लकड़ी के द्वार होंगे। मंदिर पर भूकंप का असर नही होगा। उन्होंने बताया कि मंदिर में सरिया का इस्तेमाल बिल्कुल नही हो रहा। तांबे की पत्तियों से पत्थरो को जोड़ने का कार्य हो रहा है। मंदिर के परकोटे में 5 मंदिरों का निर्माण होगा। पंचदेव मंदिर का निर्माण किया जाएगा। इनमें सूर्य देव मंदिर,विष्णु देवता मंदिर का भी निर्माण होगा।

प्रधानमंत्री ने लिया था जायजा

मीडिया कर्मियों के भ्रमण के दौरान उस स्थान पर भी ले जाया गया जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों मंदिर निर्माण कार्य का जायजा लिया था। चंपत राय ने बताया कि मंदिर निर्माण में 1800 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि मंदिर का पहला तल अगले साल दिसंबर 2023 तक बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। उसके बाद मकर संक्रांति पर 14 जनवरी 2024 को मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी और उसे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा।

साधु-संतों की स्थापित होगी प्रतिमा

ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि ट्रस्ट ने मंदिर परिसर में प्रमुख साधु-संतों की प्रतिमाएं लगवाने के लिए स्थान निर्धारित करने का फैसला किया है। उस स्थान पर प्रमुख साधु-संतों की प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।

पीएमओ को भेजी गई थी रिपोर्ट

गौरतलब है कि इस साल पांच अगस्त को अयोध्या के श्रीराम मंदिर के शिलान्यास के दो साल पूरे हो गए हैं। 5 अगस्त 2020 को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन की आधारशिला रखी थी। पिछले महीने में निर्माण कार्य से जुड़ी एक रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को भेजी गई थी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के हवाले से भवन निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने मंदिर निर्माण की स्थिति को लेकर अधिकृत साइट पर लेटर पैड जारी किया था। मंदिर निर्माण के प्रगति की यही रिपोर्ट पीएमओ को भेजी गई थी।

यात्री सुविधाओं के केंद्र का हो रहा है निर्माण

मंदिर परिसर में एक साथ पांच हजार श्रद्धालुओं के लिए प्रतीक्षालय, पीने का पानी शौचालय और अन्य उपयोगी कार्य की योजना बनाई गई है। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर में तीर्थ यात्री सुविधा केंद्र बनाया जाएगा। श्रद्धालु अपना निजी सामान तीर्थ यात्रा केंद्र में निशुल्क जमा कर सकेंगे।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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