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आजमगढ़ व रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रमुख दलों के प्रत्याशी घोषित

सभी प्रत्याशी अपने समर्थकों और नेताओं के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंचे

लखनऊ। आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रमुख दलों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पाटी (बसपा) ने अपने-अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। आज नामांकन पत्र दाखिल करने का अंतिम दिन है। घोषित प्रत्याशी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने प्रमुख नेताओं के साथ जिला कलेक्ट्रेट पहुंच चुके हैं। बसपा ने रामपुर लोकसभा का उपचुनाव नहीं लड़ने की घोषणा पहले ही कर चुकी है।

भाजपा ने आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए सुप्रसिद्ध लोकगायक दिनेश यादव उर्फ निरहुआ को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। निरहुआ पहले भी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ आजमगढ़ से ही लोकसभा का आम चुनाव लड़ चुके हैं। तब अखिलेश यादव निरहुआ पर भारी पड़े थे और लोकसभा का चुनाव जीत गए थे। इस बार भाजपा ने फिर निरहुआ पर दांव खेला है। अखिलेश यादव के मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा का चुनाव जीत जाने से उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफी दे दिया था। उनके इस्तीफे से रिक्त हुई इस सीट के लिए उपचुनाव हो रहा है।

समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए धर्मेंद्र यादव पर दांव लगाया है। वे भी अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए आजमगढ़ पहुंच चुके हैं। यहां उनका उनका इंतजार सपा के नेता और कार्यकर्ता कर रहे थे। आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में सपा की ओर से मुलायम परिवार के किसी व्यक्ति को चुनाव लड़ाने के कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे। इस सीट के लिए पहले अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के नाम पर कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन आखिर में मुलायम परिवार से ही धर्मेंद्र यादव के नाम की घोषणा सपा प्रत्याशी के तौर पर कर दी गई। धर्मेंद्र पहले बदायूं लोकसभा सीट से सांसद थे। वर्ष 2019 में हुए चुनाव में वे भाजपा प्रत्याशी से चुनाव हार गए थे। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि सपा धर्मेंद्र यादव को कहीं न कहीं समायोजित करेगी।

बसपा ने आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के लिए शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। जमाली पहले सपा में थे। बाद में वे बसपा में शामिल हो गए। बसपा ने लगे हाथ उन्हें आजमगढ़ से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। जमाली की आजमगढ़ में लोकप्रियता है। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके हैं और कुछ ही वोटों के अंतर से चुनाव हारे। गुड्डू के चुनाव मैदान में उतरने से अब यह उपचुनाव दिलचस्प हो गया है।

रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने घनश्याम लोधी को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। रामपुर से लोकसभा सदस्य रहे आजम खां के विधायक चुने जाने से उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे से रिक्त हुई सीट को भरने के लिए उपचुनाव हो रहा है।

समाजवादी पार्टी ने रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए सपा के रामपुर नगर अध्यक्ष आसिम राजा को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। उनके नाम की घोषणा खुद आजम खां ने की। आसिम राजा आजम खां के बेहद करीबी हैं और काफी शुरू से ही आजम खान से जुड़े हुए हैं। इस सीट से अंतिम दौर तक आजम की पत्नी डा.फातिमा तंजीन की चर्चा थी। इस सीट पर आजम खां काफी लोकप्रिय हैं। यह था कि आजम जिसे चाहेंगे वही इस सीट से चुनाव लड़ेगा। आजम तय किए गए प्रत्याशी के लिए अखिलेश को अंततः हामी भरनी पड़ी।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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